Maa Kalratri Aarti: नवरात्रि के सातवें दिन करें मां कालरात्रि की आरती
नवरात्रि के आत्मा में लगाने वाले उत्सव के सातवें दिन को कालरात्रि के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मां कालरात्रि की आरती का पाठ करने से माता रानी हमारी सभी मनोकामनाओं को पूरा करती हैं और हमें सुरक्षा देती हैं। इस अद्वितीय पूजा के दिन, यहां हम आपको कालरात्रि की आरती के महत्वपूर्ण […]
नवरात्रि के आत्मा में लगाने वाले उत्सव के सातवें दिन को कालरात्रि के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मां कालरात्रि की आरती का पाठ करने से माता रानी हमारी सभी मनोकामनाओं को पूरा करती हैं और हमें सुरक्षा देती हैं। इस अद्वितीय पूजा के दिन, यहां हम आपको कालरात्रि की आरती के महत्वपूर्ण तथ्य देंगे, जिससे आपकी भक्ति और श्रद्धा में वृद्धि होगी।
कालरात्रि का महत्व
कालरात्रि, देवी दुर्गा की आठवीं और आखिरी रूप के रूप में पूजी जाती है। इस दिन मां कालरात्रि के पूजन से मनुष्य के जीवन के सभी अशुभ प्रभाव मिट जाते हैं और वह धन, स्वास्थ्य, और समृद्धि की दिशा में बढ़ता है। इसीलिए इस दिन कालरात्रि की आरती का पाठ करने से मां का आशीर्वाद मिलता है। मां कालरात्रि अपने इस वाहन पर पृथ्वीलोक का विचरण करती हैं। कहा जाता है कि मां कालरात्रि अपने भक्तों को काल से बचाती हैं यानी मां के उपासक की अकाल मृत्यु नहीं होती है। मां कालरात्रि का पूजन मात्र करने से समस्त दुखों एवं पापों का नाश हो जाता है। मां कालरात्रि के ध्यान मात्र से ही मनुष्य को उत्तम पद की प्राप्ति होती है साथ ही इनके भक्त सांसारिक मोह माया से मुक्त हो जाते हैं। साथ ही इनकी आरती करने और मंत्र जपने से जीवन में खुशियां आती हैं। मां कालरात्रि आरती इस प्रकार है-
मां कालरात्रि की आरती 🕉️🔱
🪶कालरात्रि जय-जय-महाकाली,
🌟काल के मुह से बचाने वाली।
🪶 दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा,
🌟 महाचंडी तेरा अवतार।
🌎 पृथ्वी और आकाश पे सारा,
🌀 महाकाली है तेरा पसारा।
🗡️ खडग खप्पर रखने वाली,
🩸 दुष्टों का लहू चखने वाली।
🌆 कलकत्ता स्थान तुम्हारा,
🌍 सब जगह देखूं तेरा नजारा।
🙏 सभी देवता सब नर-नारी,
🎶 गावें स्तुति सभी तुम्हारी।
🍛 रक्तदंता और अन्नपूर्णा,
🌹 कृपा करे तो कोई भी दुःख ना।
🌈 ना कोई चिंता रहे बीमारी,
🌦️ ना कोई गम ना संकट भारी।
🛡️ उस पर कभी कष्ट ना आवें,
🌸 महाकाली मां जिसे बचाबे।
मंत्र 📿
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै ॐ कालरात्रि दैव्ये नम: ।
ॐ कालरात्र्यै नम:।
ॐ फट् शत्रून साघय घातय ॐ।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दुर्गति नाशिन्यै महामायायै स्वाहा।
ध्यान मंत्र 🧘♀️
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना, खरास्थिता लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।
वामपादोल्ल सल्लोहलता कण्टक भूषणा, वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥
🙏🕯️ मां कालरात्रि के आगे अपनी श्रद्धा और भक्ति के साथ आगे बढ़ें और माता रानी से आशीर्वाद प्राप्त करें। जय मां कालरात्रि! 🌙✨
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